Safar..
किसकी तलाश है मुझको, क्या हैं ख्वाइशें, इनसे वाकिफ हूँ मैं... ना दें मंजिलों तक जल्दी पहुँचने की हिदायत मुझे, अभी! खुशनुमा मुसाफिर हूँ मैं ...
Asha ka savera
जब लगे की अपने पीछे छूट गए हैं जब लगे की सपने सारे टूट गए हैं.. तो रखना याद की हर रात के बाद एक नया सवेरा है ...आज ना हो पाया सब तेरे चाहने जैसा तो क्या हुआ आज नहीं तो आगे आने वाला कल तेरा है...
Gulab
देखना चाहूं जिसको हर रात, ऐसे प्यारे, ख्वाब हो तुम... महक उठती हूँ नाम से तुम्हारे, ये बताओ जनाब!क्या गुलाब हो तुम ...
Main aur tum
यदि हूँ मैं फूल सी, तो मेरे चमन हो तुम... यदि हूँ शांति का प्रतीक सी मैं ,तो अमन हो तुम... है अनोखा संगम, तुम्हारे और मेरे दरमियाँ... यदि शांत धरातल सी हूँ मैं, तो नील गगन हो तुम ....
Ek chidiya
नीड टूटता है बार_ बार जिसका, फिर भी पुनः_ पुनः नीड निर्माण की दिशा में वो बह रही थी.. कभी बारिश, आंधी, तो कभी तेज़ तूफान के झोंको को वो अकेले ही सह रही थी.. आत्मविश्वाशी,
Parivartan ka nam jeevan
कहीं हैं बहुत सी बातें ,पर शायद, बहुत सी बातें अभी कहीं नहीं है..ल गता है सब ठीक है दरमियां, पर लगता है कभी कि बहुत कुछ सही नहीं है वक्त के साथ परिवर्तन जायज है जीने के लिए ...
Khud ki suna Karo…
खुद की सुना करो बस ,यूँ दूसरों की बातों पर ना जाया करो.. अपने मन की सभी बातें, यूँ हर किसी को ना बताया करो.. वक्त कभी एक सा नहीं होता, कभी अच्छा तो कभी बुरा होता है..
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