कुछ बोतल छलकती है,
कुछ जाम छलकता है।
जो बच जाती है शराब पैमाने में,
उसी का असर झलकता है।
कुछ दूर हो तुम हमसे,
कुछ दूर है हम तुमसे।
फिर पास आने में अजनबी,
कुछ वक्त भी लगता है।
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कुछ बोतल छलकती है,
कुछ जाम छलकता है।
जो बच जाती है शराब पैमाने में,
उसी का असर झलकता है।
कुछ दूर हो तुम हमसे,
कुछ दूर है हम तुमसे।
फिर पास आने में अजनबी,
कुछ वक्त भी लगता है।
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