तू मेरी सुन, मैं तेरी सुनूं
ऐ मेरे हमसफर,
तू मुझसे कह, मैं तुझसे कहूं
अपनी मन की व्यथा,
मैं हूं तेरी अर्धांगनी,
तू मेरा हमसफर।
तू मेरी सुन, मैं तेरी सुनूं
ऐ मेरे हमसफर,
मैंने तुझमें पाया, तूने मुझमें पाया
अपना एक अलग जहां,
आ साथ चले हम, एक साथ
आरंभ करें एक नया किस्सा।
तू मेरी सुन, मैं तेरी सुनूं ,
ऐ मेरे हमसफर,
तू कह दें अपना दुख, मैं कह दूं अपना सुख,
हो जाए हम एक।
तू मेरी सुन, मैं तेरी सुनूं
ऐ मेरे हमसफर।।
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