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ख़ुद से मुहब्बत
वह कहते रहे हम सुनते रहे, हर ताने से ऊपर उन्ही को चुनते रहे! उनकी हर पाबंदी हमारे लिए सख़्त कानून था, वह खुश है इस पाबंदी से बस इसी बात का सुकून था! ना उनके सितम रुके ना हमने कभी हार मानी,
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