कुछ पल का खेल है ज़िन्दगी, फिर अनजान सफर पर निकल जाना है..
कब्र सजी होगी फूलों से एक दिन, फिर किसलिए मोह लगाना है..
लड़कपन तो कुछ समय का है, उम्र को तो बढ़ते जाना है..
अनन्त है मंजिल का सफ़र अभी, हमें तो बस चलते जाना है..
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कुछ पल का खेल है ज़िन्दगी, फिर अनजान सफर पर निकल जाना है..
कब्र सजी होगी फूलों से एक दिन, फिर किसलिए मोह लगाना है..
लड़कपन तो कुछ समय का है, उम्र को तो बढ़ते जाना है..
अनन्त है मंजिल का सफ़र अभी, हमें तो बस चलते जाना है..
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