खजाने का पिटारा!

Screenshot From 2023 10 10 09 06 20
0
0

12th September 2024 | 87 Views | 0 Likes

Info: This Creation is monetized via ads and affiliate links. We may earn from promoting certain products in our Creations, or when you engage with various Ad Units.

How was this Creation created: We are a completely AI-free platform, all Creations are checked to make sure content is original, human-written, and plagiarism free.

Toggle

देखते ही देखते बचपन गुजर गई 
अभी भी, तलाश है बीती हुई यादों की 
वह नादानियां और उन प्यारी प्यारी बातों की
ढूंढता हूं खुद को हर तरफ हर जगह

Advertisement

 

 वह गांव के बगीचों में तो कभी अपने ख्वाबों में

हर दिन एक नए मौसम से खुशियां बहारते 
उन तितलियों के पीछे नंगे पांव भागते
 कभी गिरते तो कभी संभलते
 मानो पूरी कायनात एक कर डालते

याद आती है वह बचपन की रातें 
वह दादी के कहे परियों वाले किस्से और 
टूटे तारों को देख कर आंखें मूंदकर wish मांगते!

काश लौट पातें फिरसे उन गलियों में 
जहां से आंखों में कुछ सपने लेकर चले थे
जहां पंछियों के झुंड दाने के लिए लड़ते थे ,
वै झरने जो पर्वत से बैहकर ,एक सुनहरी सुबह खेतों की मिट्टी को सोना बनाते ,जहां हवाएं फसलों में हरियाली लाते थे
वह संकरी गलियां जहां हम बेख़ौफ़ हो कर अपनी धुन में गुनगुनाते फिरते 
 काश ,काश कभी उन बचपन में फिर से लौट पाते!

वो दिन भी कमाल के थे
 ना ही किसी से दुश्मनी थी और ना ही किसी से नफरत खुद की दुनिया में मगन रहते 
 बस हाथ में एक डंडा और दादा जी की  पुरानी साइकिल के टायर ,जिसे लेकर पूरे दिन दोस्तों के साथ घूमते रहते, 

कभी-कभी कंचे भी खेलते थे
 मां के मना करने के बाद भी ,जब पकड़े जाते तो 
बड़े मासूमियत से गाल आगे बढ़ा देते,
 शैतानियां मेरे दोस्त करते और बाद में मुझे फंसा देते 
कई दफा चूरन वाली पुड़िया लेने के लिए अठन्नी भी चुराते थे
 बेशक डाट तो पढ़ती थी मगर हम भी ढीढ हो चुके थे!

घर के आंगन और गांव में पले – बङे 
पूरी बचपन बेखौफ होकर जिए और 
आज यहां इस युग में न जाने कैसे फंस गए!!!
न जाने कहां कैद हो गए हैं 
इस चकाचौंध की दुनिया में 
ना ही अब वह बचपन रहा ना ही वह मौसम
 पर हां वह बचपन की यादों का पिटारा अभी भी मेरे जहन में समाया है, 
क्योंकि मेरे लिए तो बचपन की वो यादें 
खजाने का पिटारा है!!!!

~Anurag

Anurag Maurya

@Anurag-Tutorial

Following1
Followers-1


You may also like