धर्म और त्यौहार
दीवाली के दीप, ईद का नूर, दिल मिले, न हो कोई दूर। सेवई की मिठास,दीये की ज्योत, साझी खुशी, न हो कोई खोट। अज़ान और मंदिर के घंटी धुन, अमन का हो हर दिल में गुन। होली रंग, ईद की बाँहें, भाईचारा हर दिल में समाएँ। #eid #happyholi #bhaichara #fastival #brotherhood #shortpoem #new #poem #milyin #newcreation
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