वक़्त
वक़्त जिसकी किस्मत उसकी है हम तो व्यक्त के हिसाब से चलते हैं रूह तो खुदा दे गए हम तो उस शख़्स के हिसाब से चलते है बरसात के बाद भी अकाल मेरे यहां था हम तो अब सूरज के रक्त की तरह जलते हैं । कब्र खोदकर दफ्न खुद हो जाते लेकिन हम जीवन जीने के लिए चलते है । वक्त है हमारा हम… Read More »वक़्त
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