हवाहें बता रही है,
आप शहर में आ गए हो ‘
इन हवाओं से कहो मिलन करा दे,
तुम्हारे दीदार को कब से तरस रही है आखिआं,
इन हवाओं से कहो दर्शन करा दे,
आपके चरण हो और मेरा सर हो,
ऐसी कोई मुलाकात करवा दे |
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