मुसाफिरी या खानाबदोशी।

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    1 Likes | Views | May 3, 2025

    जो बिगड़े 

    कभी हालात,
    तो आदत 
    बदल लेना।
    जो छूटे
    कभी साथ,
    तो राहें 
    बदल लेना।
    जो टूटे 
    कभी आस,
    तो विचार
    बदल लेना।
    जो खोए 
    कभी ख़्वाब,
    तो सोच 
    बदल लेना।
    किन्तु मंज़िल को 
    ना छोड़ना वरना,
    मुसाफ़िरी से 
    खानाबदोशी हो जाएगी।