
जो हर वचन का मज़ाक बनाते आए,
हमेशा जो कायरता का परिचय देते आए।
उस देश ने फिर से एक भूल कर दी,
हिंदुस्तान की आँखें आक्रोश से भर दी।
ऐसे हैं वे लोग है जिनमें क्रूरता का वास,
एक बार फिर न हो पाएगा उन पर विश्वास।
अब न रखना तुम हिंद से कोई आस,
समय आ गया है, जगिन लो अपनी आख़िरी श्वास ।
कश्मीर की सुंदरता को, रक्त से ढका दिया,
हाय! वो मदद की पुकार, सबका दिल दहला दिया।
जो सोच रहे हैं कि हो गई हिंदुस्तान की हार,
क्या सह पाओगे तुम होने वाले प्रहार की मार ?
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