दो घड़ी

    Pankaj Kumar
    @162pankajkumar
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    0 Likes | 1 Views | Apr 29, 2025

    दो घड़ी ठहर जाओ के साँस बाकी हैं, तेरे होने का एहसास अभी बाकी है ....तेरे साथ गुजर जाये ये चंद लम्हो का सफर, अभी तुझसे बहुत बात करनी बाकी है....

    दो बातो मे बता , कैसे बीता ये जिंदगी का सफर...तू जो न कह पाया मुझे उसकी है खबर...मुझे पता है तू प्यार मुझसे करता है , फिर न जाने क्यों तू डरता ह।। मिल जाने दो सकूँ मेरी रूह को, जो सकूँ अभी बाकी है।....दो घड़ी ठहर जाओ के साँस बाकी है।। ....