सपनों की उड़ान
मत डरना इन अंकों से, ये सब तो बस एक खेल है,
मेहनत की जो ज्योत जलाए, उसकी किस्मत रेल है।
हर कठिनाई सीख है, हर चुनौती नया सबक,
जो डटे रहे मैदान में, वही पाए आगे फलक।
रातों की जगारियां, जो आज थका रही हैं तुम्हें,
कल यही मेहनत, ऊँचाइयों तक पहुंचाएगी तुम्हें।
रुकना नहीं, झुकना नहीं, बस बढ़ते ही जाना है,
सपनों की इस ऊँचाई पर, अपना परचम लहराना है।
कागज़ पर लिखी ये बातें, बस एक शुरुआत हैं,
जीत तुम्हारी तय है, अगर मन में हौसले साथ हैं।
तो चलो, जलाएं उम्मीदें, खुद पर विश्वास बनाए रखें,
सफलता का सूरज उगने को है, कदम आगे बढ़ाए रखें!
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