*सभी धर्म अच्छे हैं - एक प्रेरणादायक कहानी*
एक छोटे से शहर में कई धर्मों के लोग रहते थे। हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख और अन्य धर्मों के लोग आपस में मिल-जुलकर रहते थे। लेकिन कभी-कभी उनके बीच मतभेद हो जाते थे।
एक दिन, शहर में एक बूढ़ा संत आया। उसने देखा कि लोगों के बीच मतभेद बढ़ रहे हैं और उन्होंने एक उपाय सोचा।
बूढ़े संत ने एक बड़ा बगीचा लगाया और सभी धर्मों के लोगों को बुलाया। उन्होंने कहा, "मैंने एक प्रयोग किया है। मैं चाहता हूँ कि आप सभी अपने-अपने धर्म की शिक्षाओं के अनुसार इस बगीचे की देखभाल करें।"
सभी लोग तैयार हो गए और उन्होंने बगीचे की देखभाल शुरू की। हिंदू ने पूजा-पाठ की, मुस्लिम ने नमाज पढ़ी, ईसाई ने प्रार्थना की, सिख ने गुरबाणी का पाठ किया।
धीरे-धीरे, बगीचा हरा-भरा हो गया। फूल खिलने लगे, पेड़ बढ़ने लगे। लेकिन जब बूढ़े संत ने लोगों से पूछा कि बगीचे की देखभाल कैसे की जाए, तो सभी ने अपने-अपने तरीके बताए।
हिंदू ने कहा, "मैंने पूजा-पाठ की और भगवान से प्रार्थना की।"
मुस्लिम ने कहा, "मैंने नमाज पढ़ी और अल्लाह से दुआ की।"
ईसाई ने कहा, "मैंने प्रार्थना की और ईश्वर से आशीर्वाद लिया।"
सिख ने कहा, "मैंने गुरबाणी का पाठ किया और वाहेगुरु की स्तुति की।"
बूढ़े संत ने मुस्कराते हुए कहा, "आप सभी ने अपने-अपने तरीके से बगीचे की देखभाल की। लेकिन क्या आपने देखा है कि बगीचा कितना सुंदर हो गया है?"
सभी लोगों ने देखा कि बगीचा वास्तव में बहुत सुंदर हो गया था। बूढ़े संत ने कहा, "यह बगीचा हमारे शहर की एकता और सौहार्द का प्रतीक है। सभी धर्म अच्छे हैं और हमें एक-दूसरे के साथ मिल-जुलकर रहना चाहिए।"
*इस कहानी से हमें क्या सीखने को मिलता है?*
1. *सभी धर्म अच्छे हैं*: इस कहानी से हमें सीखने को मिलता है कि सभी धर्मों का उद्देश्य एक ही है - प्रेम, करुणा और एकता को बढ़ावा देना।
2. *एकता और सौहार्द*: हमें एक-दूसरे के साथ मिल-जुलकर रहना चाहिए और एकता और सौहार्द को बढ़ावा देना चाहिए।
3. *सम्मान और सहिष्णुता*: हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए और सहिष्णुता के साथ जीना चाहिए।
*आपको यह कहानी कैसी लगी?*
उम्मीद है, आपको यह कहानी प्रेरित करेगी और आपको सभी धर्मों के प्रति सम्मान और सहिष्णुता की भावना को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
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