बचपन की यादें को,
हमारे छत को,
हमारे आँगन को,
इस बँटवारे ने तोड़ दिया।
रिश्तों के प्रति विश्वास को,
बड़ों के प्रति आदर को,
बच्चों की खुशियाँ को,
इस बँटवारे ने तोड़ दिया।
परिवार की एकता को,
माँ-बाप के सपने को,
बच्चों के भविष्य को,
इस बँटवारे ने तोड़ दिया।
#अदितिकीरचना
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