यह धरती हमारी मां है, जिसका दर्जा किसी से भी कम ना है।
यह मिट्टी वह गोद है जिसमें हम खेलें और बढ़े हैं।
यह भूमि वो सहारा है जिस पर हमने चलना-दौड़ना सीखा है।
इस माँ ने कई सूखे व बाढ़ का सामना किया है।
हमने धरती माँ को कई कष्ट दिए है, व विभिन्न प्रकार से प्रदूषित किया है।
फिर भी वह हमें विभिन्न अनाज प्रदान करती है और पोषित करती है।
धरती हमारी वह माँ है जो अपने सभी दुख-दर्द भूलकर सदैव हमारा भला ही करती है।
#अदितिकीरचना
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