परियों सी है वो,
कोई जादुई छड़ी है उसके पास,
मेरी हर परेशानी का उपाय है उसके पास,,
मेरी जिंदगी में अनमोल सा तारा है वो,
मुझे खुद का भी बताती है,
पर मुझ पर हक भी नहीं जमाती है,
मेरी चिंता भी बहुत करती है,
पर मुझ पर रोब भी नहीं जमाती है,
कि जन्नत से उतरी परी है वो,
और मैं उसके आस पास भटकता एक तारा ।।
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