उसे सिगरेट पसंद नहीं थी,
अब जब भी होंठों से धुआं उड़ाकर,
आसमान को तकती हूँ,
सोचती हूँ... क्या अब जब मिलेगा,
मुझे भी नापसंद करेगा?
उसे सिगरेट पसंद नहीं थी,
अब जब भी होंठों से धुआं उड़ाकर,
आसमान को तकती हूँ,
सोचती हूँ... क्या अब जब मिलेगा,
मुझे भी नापसंद करेगा?
Comments