तुम किसी झरने जैसी हो , बस बहती जा रही होऔर मै खड़ा हूं ठीक तुम्हारे नीचेफूलो की पंखुड़ियों पर जैसे मैने अपना नाम लिखा होऔर तुमने पानी की बूंदे गिरा दीनदी के हल्के कोमल शोर मे तुम नाव लेकर चलती होऔर मै बैठा हूं ठीक तुम्हरे पीछेसारे रास्ते बस मेरे ही साथ चलती रहती होमै रह जाऊ पीछे तो हाथ पकड़ लेती होदिमाग का इस्तेमाल अब कम कर दिया हैजज़्बात के महासागर में डूब रही हो तुम और मै भी डूब रहा हूं ठीक ठीक तुम्हरे पीछेअक्षरों के बीच के खालीपन को सन्नाटा कहती हो तुममै जीवन कहता हूंसन्नाटे और शोर मे तुम जीत जाती होऔर मै रह जाता हूं फिर पीछेहम दोनो के मुखौटे को आग लग गईचहरे आपस में मेल खाते हैबाते अब एक लय की हैअग्नि वर्षा से डर जाती हैइन नामुमकिन से पल मे तुम मै साथ हैक्या ये मुमकिन हैतरसते नैन कब तक गवाही देके आंसू इन्ही नसों से निकल थेसाथ रहना जिंदा रहना से ज़्यादा ज़रूरी तो नहींतुम थी मेरे साथ हमेशा और मै खड़ा था ठीक तुम्हरे पीछे।
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