चाँदनी रात में छुपा था एक राज़, हवा में बिखरा था बस एक एहसास। मिलते हैं पल, पर यादें बनी रहती हैं, जैसे अधूरी कहानी की एक मीठी फुहार।"
चाँदनी रात में छुपा था एक राज़, हवा में बिखरा था बस एक एहसास। मिलते हैं पल, पर यादें बनी रहती हैं, जैसे अधूरी कहानी की एक मीठी फुहार।"
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