Start Creating...ये शब्द ये नाद ये गूंजार ये आपका अनुपम श्रृंगार ये शब्दों की उठती लहरें और एक मौन का तीव्र संचार मैं गदगद हूं भगवती आपके इन नयनों पर करती हूं जीवन वार।
ये दयामय नेत्र और आपके इतने सुंदर अधरों से बरसता हुआ जीवन का सार मैं आपकी हूं भगवती आपके चरणों में करती हूं जीवन वार।
ये परम कल्याणकारी आशीर्वाद से उठते हुए आपके कोमल हाथ आप आपका अकल्पनीय अतिसौंदर्य से भरा हुआ ये प्राकार।
आप मुझमें जाग जाएं भगवती मुझमें भर दें स्वात्मरस का प्यार। आप में, आप पर, आप से, भरा रहे जीवन हर बार।
धन्य हूं मैं भगवती करके आपके दर्शन और पाकर आपका प्यार। कोटि-कोटि प्रणाम है मेरी अंबा आपको, आप में बना रहे मेरा प्यार। आप में बना रहे मेरा प्यार।
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