इम्तहान ना ले ऐसे की यकीन टूट जाए,
भरोसे का दामन यूंही छूट ना जाए।
जो किस्मत गिराए तो तु ही संभाले,
ले, मेरी खुशियां अब तेरे हवाले।
इम्तहान ना ले ऐसे की यकीन टूट जाए,
भरोसे का दामन यूंही छूट ना जाए।
जो किस्मत गिराए तो तु ही संभाले,
ले, मेरी खुशियां अब तेरे हवाले।
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