एक दिन का Teacher’s day
सारा दिन पैर दुखा के भी जो बच्चो का भविष्य बनाये
पर बदले में एक तारीफ का बोल भी न पाएं ,
हर बार समाज द्वारा बस यही कह कर चुप करवा दिया जाये
“This is your duty”
ऐसा ही समाज बस एक दिन का teacher’s डे मना कर करेगा
इत्ती श्री just as formality…………………………..
सारा दिन आँखे बच्चो को पढ़ाने , सुधारने में लगाना
और सारी रात उनकी कॉपियां चेक करने में १ se २ बजाना
कभी कोई बच्चे की गलती पेरेंट्स को अगर गलती से भी बताना ,
तो हर बार समाज द्वारा बस यही कह कर चुप करवा दिया जाना
“This is your duty”
ऐसा ही समाज बस एक दिन का teacher’s डे मना कर करेगा
इत्ती श्री as formality…………………………..
टीचर ही खुदको समेटता जा रहा है
बच्चो के अकॉर्डिंग न सिर्फ syllabus बल्कि खुदको भी customized बना रहा है
ना कोई appraisal ना कोई बोनस ना प्रमोशन पा रहा है
बस दिन पे दिन काम का Burdon आ रहा है
पर जब जब कुछ बोलना या बताना चाह रहा है
हर बार समाज बस यही कह कर चुप करा रहा है
“This is your duty”
ऐसा ही समाज बस एक दिन का teacher’s डे मना कर करेगा
इत्ती श्री just for formality…………………………..
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