उसे
घर के दरीचों से
बारिश को देखना पसंद नहीं था
वह पारिजात थी
बरसात में खिलने वाली
उसने बाहर भीगना ही पसंद किया
(सुनीता भट्ट पैन्यूली)
उसे
घर के दरीचों से
बारिश को देखना पसंद नहीं था
वह पारिजात थी
बरसात में खिलने वाली
उसने बाहर भीगना ही पसंद किया
(सुनीता भट्ट पैन्यूली)
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