कुछ यादें सफ़र की11th December 2022by Twarita Paulएक पल का ही सफर था हमारा जिसकी कोई मंजिल न थी, बस यादों का सहारा थाउसमे भी आधा हिस्सा पराया था…… कुछ अधूरे से सपने थेकुछ बिखरे हुए ख्वाब, कुछ मीठी सी यादें , और टूटे हुए “आप”….. श्याही न थी कलम मैं लिखने भरन शब्द थे जुबान मैं,वक़्त इतना खुशनसीब था हमाराहम डूबे थे यूँ प्रेम रस की कबिताओं में….. सुना था लोगों से बिरह की कहानीजाना जबानी में…. आसान है लिखना प्रेम से, जुदाई की कहानीअब सिख लिया मैने भी….. छिपाना, हंसी के पिछे, दर्द की कहानीकुछ यादे सफर की थी….. जो आज कहीं गुम हो गई।। ~त्वरिता💫 Last Seen: Dec 11, 2022 @ 5:04am 5DecUTC Twarita Paul Manisha3003 followers0 following0 Follow Report Content Published: 11th December 2022 Last Updated: 11th December 2022 Views: 1previousAMBIGUITY.nextI want to be love Leave a Reply Cancel replyYou must Register or Login to comment on this Creation.