मैं जब भी लिखूँगी कुछ खास लिखूँगी.
कभी यूँ ही खुद के एहसास लिखूँगी..
मैं खुद की इच्छा. खुद से खुद का इज़हार लिखूँगी…
मैं खुद से खुद के प्यार को लिखूँगी..
मैं खुद का इश्क़ मैं खुद जंग लिखूँगी..
भरे जो जीवन में मेरे मैं वो कुछ रंग लिखूँगी….
मैं खुद से खुद पर वार लिखूँगी..
मैं खुद से खुद का एक नया किरदार लिखूँगी…
Published: | Last Updated: | Views: 2