
एक ख्वाबों की परी है जो मेरे सामने खड़ी है
आँखें उसकी झील जैसी और मुस्कान उसके होठों पे सजी है
हमारी साथ कोई तस्वीर तो नहीं लेकिन उसकी हर एक तस्वीर मेरे दिल में सजी है
लाल सूट और झुमकों में उसे देखने की एक बार हसरत जगी है
उसको गोद में उठा कर खुद में समेटने की एक आस लगी है
जब से मिला हूं तबसे मेरी रातों की नींद उड़ी है
अगर वो साथ हो तो फिर जन्नतें कहीं और नहीं हैं
एक ख्वाबों की परी है जो मेरे सामने खड़ी है
आँखें उसकी झील जैसी और मुस्कान उसके होठों पे सजी है
Published: | Last Updated: | Views: 1