दुनिया के उजालों में,कहीं गुम है जिंदगी।
आंखों में है, मायूसी की बंदगी।
इसे मेरा जुनून कहो, या तिश्नगी।
बेइंतह जीने की, है आवारगी।
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दुनिया के उजालों में,कहीं गुम है जिंदगी।
आंखों में है, मायूसी की बंदगी।
इसे मेरा जुनून कहो, या तिश्नगी।
बेइंतह जीने की, है आवारगी।
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